समय का खेल

अरे विवेक तू तैयार नहीं हुआ बड़े भाई रोहित ने अपने छोटे भाई से कहा हम लेट हो जाएंगे पार्टी के लिए जल्दी तैयार होकर बाहर आ जाओ मैं तेरा वेट कर रहा हूं ठीक है भैया बस 2 मिनट विवेक ने कहा आज तो वह नई वाली जींस पहन के जाऊंगा जो मुझे सीमा ने गिफ्ट करी थी मेरे बर्थडे वाले दिन फिर भी वाइट कलर की शर्ट पहनकर परफ्यूम लगाया आहा क्या खुशबू है मजा आ गया यह परफ्यूम लाकर पैसा वसूल फटाफट जूते पहन लेता हूं नहीं तो भैया फिर से आ जाएंगे भैया हम पार्टी में चल रहे हैं लड़की देखने नहीं उसकी छोटी बहन रूपा ने कहा जो उससे 2 साल छोटी है हां हां सारी लड़कियां मुझे ही तो देखेगी भैया का तो कोई नहीं देखेगा भैया को तो वैसे भी लड़कियों में इंटरेस्ट कहां है रूपा ने कहा अब बातें ही करते रहोगे या चलोगे भी लेट हो रहे हैं रोहित भैया हमें तो तैयार हो गई अब यह भी तैयार हो जाए अभी तक शीशे में देख रहे हैं पता नहीं किस से मिलने जा रहे हैं चलो चलो चलो मैं तो तैयार हो गया तुम्हारा ही वेट कर रहा था वह हो इतराते हुए रूपा ने कहा रोहित ने कार निकाली विवेक आगे की सीट पर बैठा था और रूपा पीछे अब आप सोच रहे होंगे कि उनके घर में उनके माता-पिता नहीं दरअसल उनके माता-पिता कुछ साल पहले ही कार एक्सीडेंट में चल बसे जिसके बाद  रोहित ने ही पूरे घर को संभाला और दोनों बहन और भाई को भी अचानक कार रुक गई छोटी ने पूछा भैया क्या हुआ आपने कार क्यों रोक दी अरे शायद किसी का एक्सीडेंट हो गया है इसलिए भीड़ जमा हो गई है और ट्रैफिक जाम हो गया भैया मैं देख कर आऊं क्या विवेक ने का तो बड़े भैया रोहित ने कहा नहीं नहीं है हमें वैसे भी देर हो रही है जब तक एक पुलिस वाले ने आकर ट्रैफिक को संभाल लिया था दोनों आगे बढ़ी रहे थे इतने में विवेक को किसी का चेहरा दिखा जो भीड़ में खून से लथपथ था शायद कोई लड़की है स्कूटी  गिरी पड़ी है वहीं पर विवेक ने कहा तभी रूपा बोल पड़ी भाई या लड़की को कहीं मैंने देखा है तभी बड़े भैया रोहित ने कहा क्याबात कर रही हो फिर उन्होंने गाड़ी साइड लगा जैसे ही वह पास में पहुंचे विवेक ने जैसे ही देखा अरे यह तो सीमा है झट से उसके मुंह से शब्द निकला रोहित ने पूछा कौन सीमा तब रूपा ने बात बनाते हुए कहां यह मेरे कॉलेज की फ्रेंड है इसे तो बहुत खून निकल रहा है लगता है कोई कार वाला इस को टक्कर मार कर चला गया तभी विवेक ने कहा किसी ने एंबुलेंस को फोन लगाया आसपास के सभी लोग वीडियो बना रहा है कोई भी उसे उठाने की जरूरत नहीं समझ रहा था अभी रोहित ने 108 को फोन लगाया और सीमा ने रूपा का ब्लड साफ करते हुए उसके ऊपर कपड़ा बाधाइतने में एंबुलेंस आ गई फटाफट सीमा को एंबुलेंस के अंदर लिटाया फिर रोहित ने पूछा यह एंबुलेंस कौन से हॉस्पिटल जाएगी उन्होंने बताया सिटी हॉस्पिटल फिर वह तीनों  सिटी हॉस्पिटल जा पहुंचे जाते ही रिसेप्शन पर उन्होंने पूछा अभी अभी जो लड़की का एक्सीडेंट हो गया है वह कहां पर एडमिट करा है रिसेप्शन पर बैठी लड़की ने कहा सेकंड फ्लोर आईसीयू में है फिलहाल अभी तीनों आईसीयू के मेन गेट पर जाकर चेयर पर बैठे और वेट करने लगे डॉक्टर का इतने में आईसीयू के अंदर से डॉक्टर साहब  कर आए रोहित झट से खड़ा होकर डॉक्टर से पूछा डॉक्टर साहब क्या हुआ है उस लड़की को डॉक्टर ने पूछा आप उन्हें जानते हैं अपनी सीमा ने कहा वह मेरी कॉलेज फ्रेंड है डॉक्टर ने कहा एक्सीडेंट को हुए आधा घंटा हो गया है इसके कारण उसका ब्लड बहुत बह गया  इसलिए ब्लड की जरूरत पड़ेगी ए बी प्लस पॉजिटिव आप तीनों में से किसी के भी प्लस पॉजिटिव है तभी विवेक बोला जी डॉक्टर साहब मेरा है डॉक्टर साहब ने कहा नर्स विवेक का ब्लड ग्रुप चेक करके सलाइन लगा दीजिए एक बेड पर सीमा लेटी हुई थी और दूसरे बेड पर वह विवेक के हाथ से ब्लड निकल कल सलाइन के द्वारा एक बोतल में जमा हो रहा था और वह बोतल का जमा ब्लड सीमा के नसों में जा रहा था लगभग 40 मिनट के बाद विवेक की सलाइन निकाल दी गई विवेक अपने हाथ पर बैंडेज लगाते हुए बाहर आया सीमा ने पूछा अब कैसी हालत है रूपा की विवेक ने कहा डॉक्टर ने कहा है कि अभी कुछ कह नहीं सकते ब्लड ज्यादा बहने से  उसे कब तक होश में कुछ बता नहीं सकते यह टेबलेट और दवाइयां लाने को कहा है पर्चा हाथ में देते हुए विवेक ने कहा तभी रोहित भैया ने कहा ठीक है पर्चा मुझे दो मैं लेकर आता हूं दवाई बड़ा भैया दवाई लेने गए तब तक सीमा ने पूछा भैया यह वह लड़की है ना हां सीमा यह वही है मेरी कॉलेज वाली फ्रेंड इतने में रोहित भैया अभी दवाई लेकर आ गया उन्होंने वह दवाई नर्स को दे दी तभी रोहित ने कहा आज की पार्टी कैंसिल करना पड़ेगी रूपा को इस तरह अस्पताल में नहीं छोड़ सकते सीमा तुझे इनके घर वालों का किसी का नंबर है जी भैया मेरे पास की छोटी बहन का नंबर है सीमा ने रूपा की बहन को फोन लगाया हेलो श्वेता बोल रही है जी आप कौन दरअसल मे तुम्हारी बहन रूपा की कॉलेज फ्रेंड बोल रही हूं तुम जितना भी जल्दी हो सके अभी के अभी सिटी हॉस्पिटल में आ जाओ क्यों क्या हुआ मेरी बहन को श्वेता ने घबराते हुए बोला सीमा ने कहा वहां आकर पता चल जाएगा ठीक है मैं अभी निकलती श्वेता ने कहा थोड़ी देर बाद ही श्वेता आ गई उसने सीमा को फोन लगाकर पूछा आप कौन से फ्लोर पर हो उसने कहा 2nd फ्लोर पर आईसीयू में ठीक है मैं वहीं आ रही श्वेता ने फोन कर डिस्कनेक्ट करा और दौड़ती हुई सेकंड फ्लोर पर आ गई तभी विवेक ने धीरे से कहा यही रूपा की बहन है सीमा ने अपना हाथ हिलाया जिससे वह इशारा समझ कर पास आ गई क्या हुआ मेरी बहन को कहां पर है तभी सीमा ने कहा हम कार से कहीं जा रहे थे मैंने बहुत भीड़ देखी रोड पर भैया ने गाड़ी रोकी जाकर देखा तो मेरी कॉलेज फ्रेंड थी फिर हम उसे हॉस्पिटल लेकर आ गया जब से वह अभी तक आईसीयू में ही है डॉक्टर ने कहा है कि उसका ब्लड ज्यादा बहने से वह अभी तक बेहोश की हालत में है डॉक्टर ने कभी कुछ कह नहीं सकते अभी उसको टांके लग रहे हैं इतने में डॉक्टर साहब बाहर आते हुए श्वेता ने पूछा कैसी है मेरी बहन अभी किस हालत में है वह डॉक्टर साहब ने कहा आपकी बहन को ब्लड ज्यादा बहने से और हॉस्पिटल देर के आनी वजह से वह बेहोशी की हालत में वह कोमा में पहुंच गई आगे अभी कुछ कह नहीं सकते.
हेलो फ्रेंड कैसे हो आप इसका अगला एपिसोड जल्द ही आ रहा है और आप से पूछना था कैसी लगी आपको मेरी यह कहानी आप मुझे रिप्लाई कर सकते हैं मैसेज कर सकते हैं या मेरे मेल अकाउंट पर सीधे मैसेज कर सकते हैं तो मिलते हैं फिर अगले एपिसोड में बाय बाय

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